चेन्नै
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है। ऐसे में कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच कई हैरान करने वाली खबरें भी सामने आ रही है। ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु से निकलकर सामने आया है। लॉकडाउन के दौरान शराब के ठेके बंद होने के चलते शराब नहीं मिल रही तो लोग उसका भी तोड़ निकाल रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स शराब न मिलने के चलते कुएं में कूद गया, जिसके बाद उसे शराब देने का वादा किया गया। उसके बाद उसे बचाया जा सका।
दरअसल पट्टाभिराम के निवासी 46 वर्षीय मनावलन को शराब नहीं मिलने से इतना परेशान हुआ कि उसने कुएं में ही छलांग लगा दी और काफी देर तक वह कुएं में पड़ा रहा। जिसके बाद रेस्क्यू टीप ने उसे बचाया। हालांकि, अधिकारियों को उसे बचाने से पहले लगभग दो घंटे काजोलिंग में बिताने पड़े। क्योंकि उसकी बाहर आने की शर्त यह थी कि वही बाहर तभी आएगा जब उसे शराब मिलेगी। बाद में अधिकारियों ने उसे शराब देने का वादा किया।
शराब नहीं मिलने से डिपरेशन में था
दिहाड़ी मजदूर मनवलयन अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ रहता है। वह शराब का आदी है और लॉकडाउन के बाद से ही वह शराब नहीं मिलने पर परेशान था। उसने अपनी पत्नी से झगड़ा किया। वह निराश था और उसने अपने पड़ोसियों के साथ भी लड़ाई की। सोमवार को इसी तरह की लड़ाई के दौरान, मानवलन ने अपने घर के सामने 8.30 बजे एक 25 फुट गहरे कुएं में छलांग लगा दी। पड़ोसियों को पता था कि वह तैरना जानता है। लेकिन उसने शराब मिलने तक बाहर निकलने से इनकार कर दिया। सूचना पर, पुलिस और रेस्क्यू टीम के जवान घटनास्थल पर पहुंचे और मानवलन से बातचीत की। बाद में, रेस्क्यू टीम ने रस्सी की मदद से कुएं से मनावलन को बाहर निकाला।
केरल में शराब की होम डिलीवरी
केरल में शराब की बिक्री बंद होने से राज्य के विभिन्न हिस्सों से आत्महत्या के मामले आने के बाद यहां शर्तों के साथ होम डिलीवरी शुरू की गई। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आबकारी विभाग को डॉक्टरों की पर्ची के बाद लोगों को शराब देने का निर्देश दिया है। आपको बता दें केरल में शराब नहीं मिलने से परेशान होकर दो लोगों की आत्महत्या का मामला सामने आया था। केरल सरकार ने आबकारी विभाग को ऐसे लोगों को नशामुक्ति केंद्रों में नि:शुल्क उपचार देने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अचानक शराब न मिलने से सामाजिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 25 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन है। जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी पर रोक है। तमिलनाडु सरकार ने पिछले सप्ताह 14 अप्रैल तक शराब की दुकानों को भी बंद रखने का फैसला किया।