जयपुर. शहर के प्रताप नगर इलाके के सेक्टर 26 में यूनिक अपार्टमेंट में 7 जनवरी की शाम को श्वेता तिवारी और उनके डेढ़ साल के बेटे श्रीयम की हत्या का कातिल अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है। वहीं, वारदात के बाद अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों में खुद की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। एक अनजाना खौफ बच्चों के परिजनों में है। हालांकि, यहां सुरक्षा गार्ड काफी चुस्त नजर आ रहे है। इसी बीच अपार्टमेंट में पड़ताल में जुटी पुलिस को देखकर वहां रहने वाले बच्चों के मन में भी कई सवाल है। लेकिन बच्चों के मन में सबसे बड़ी बात है कि कातिल जब भी पकड़ा जाए। उसे फांसी दी जाए।
भास्कर मोबाइल एप के रिपोर्टर गुरूवार को जब यूनिक अपार्टमेंट पहुंचे। तब घटना के तीसरे दिन फ्लैट में रहने वाली महिलाएं आपस में बातचीत में व्यस्त थी। हर जुबां पर एक ही चर्चा थी कि ऐसा कौनसा व्यक्ति है। जिसने अपार्टमेंट में घुसकर श्वेता तिवारी और उनके बेटे श्रीयम की हत्या की और बचकर वहां से भाग निकला। वहीं, अपार्टमेंट के ग्राउंड में खेलने में जुटे कुछ बच्चों के मन भी कई सवाल थे।
इनमें कुछ बच्चे हत्याकांड की जांच में जुटे एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के पास पहुंचे। उनसे बातचीत करने लगे। इसी बीच एक बच्चे ने हत्याकांड के बाद फरार आरोपी की मौजूदगी को लेकर सवाल दागते हुए पूछा कि अंकल, अभी भी क्या उसका खौफ है, क्या अभी भी वो (हत्यारा) इसी सोसायटी में ही है! यह सवाल सुनकर एसीपी पुष्पेंद्र सिंह ने तत्काल कहा कि बेटा हमारी कोशिश जारी है। सोसायटी में होगा तो भी पता लगेगा और नहीं होगा तो भी पता लगेगा।
एसीपी बोले- कोई नया आदमी नजर आए तो मुझे बताना, हम सब उसे पकड़ने में जुटे हुए है।
एसीपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बच्चों की जिज्ञासा को देखते हुए कहा कि वो जिसने बच्चे को मारा है ना जयपुर की सारी पुलिस उसे (कातिल) को पकड़ने में लगी हुई है। इसमें बड़े अधिकारी भी लगे हुए है। एसीपी पुष्पेंद्र सिंह ने बच्चों से कहा कि आप लोगों को भी सस्पेक्टेड सा आदमी यहां नजर आए तो मुझे बता देना कि अंकल ये हमको नया दिख रहा है।
इसी बीच एक बच्चा तपाक से बोला कि अंकल पहले आपका फोन नंबर तो बताओ। इस पर पुष्पेंद्र सिंह बोले- की मैं तो आपके साथ ही हूं। इसी बीच दो बच्चियों ने कहा कि अंकल उसे फांसी दे देना। वहीं, एक बच्चे ने कहा कि अंकल जब वो पकड़ा जाएगा ना। तब उसे जेल भेज देंगे। फिर हम उसकी पिटाई करेंगे।
पुलिस कमिश्नर ने भी घटनास्थल का दौरा, फ्लैट में रह रहे लोगों से की बातचीत
इस मर्डर मिस्ट्री के खुलासे के लिए गुरूवार को पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव यूनिक अपार्टमेंट सोसायटी पहुंचे। जहां उन्होंने आई ब्लॉक में घटनास्थल वाले फ्लैट की बारीकी से पड़ताल की। पुलिस कमिश्नर ने इसी ब्लॉक में आसपास के अन्य फ्लैट्स में भी जाकर वहां रहने वाले लोगों से बातचीत की।
कमिश्नर श्रीवास्तव डीसीपी पूर्व डॉ. राहुल जैन व एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ के साथ अपार्टमेंट के पीछे जंगल में उस जगह भी मुआयना करने गए। जहां अपहृत हुए श्रीयम का शव मिला था। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि मामले में अहम सुराग मिले है। सभी तथ्यों को जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि रोहित से भी पूछताछ की जा रही है। वारदात में कोई ओर भी शामिल हो सकता है। अन्य बिंदुओं पर भी पड़ताल की जा रही है।
यह है डबल मर्डर से जुड़ा पूरा मामला:
यूनिक अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 103 में रहने वाले आईओसीएल के सीनियर मैनेजर रोहित तिवारी की पत्नी श्वेता की हत्या मंगलवार शाम को अज्ञात व्यक्ति ने कर दी थी। उनके बेटे श्रीयम को भी अगवा किया गया। जिसकी लाश बुधवार दोपहर 3 बजे अपार्टमेंट के पीछे जंगल में झाड़ियों के बीच मिली। इसी बीच मंगलवार शाम को पत्नी की हत्या की खबर मिलने पर जयपुर एयरपोर्ट पर अपने ऑफिस में मौजूद रोहित फ्लैट पर पहुंचे।
इसके बाद रोहित के मोबाइल फोन पर श्वेता के मोबाइल नंबरों से एक मैसेज आया। जिसमें अगवा किए उनके बेटे श्रीयम को छोड़ने की एवज में 30 लाख रूपए की डिमांड की गई। फिरौती की रकम का इंतेजाम होता। इसके पहले ही श्रीयम के सिर में मूसली से वारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद श्वेता के परिजनों ने दामाद रोहित पर ही हत्या का आरोप लगाया। डॉग स्क्वायड का श्वान भी रोहित की कार के इर्द गिर्द घूमा।
प्रारंभिक पड़ताल में रोहित व श्वेता के बीच मनमुटाव होने का भी मामला सामने आया। इसके अलावा अन्य कई सवाल खड़े हुए। जिनके जवाब पाने के लिए रोहित से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, वारदात में किसी अन्य व्यक्ति का हाथ होने की बात सामने आई है। जो कि फिरौती के लिए रोहित के मोबाइल फोन पर मेसेज कर रहा है।